सरपंच ने बताया कि गांव में हेड़ी समाज के दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने या बहुत धूम-धाम से बारात निकालने की परंपरा कभी नहीं रही. उन्होंने कहा कि शायद गांव बसने के वक्त करीब 300 साल पहले समाज और सामाजिक ताने-बाने के कारण ऐसी परंपरा शुरू हुई थी और यह अभी तक चली आ रही थी.
source https://zeenews.india.com/hindi/india/scheduled-caste-groom-ghurchari-in-bhiwani-after-many-decades/925056
No comments:
Post a Comment